अगर आसमां में
अगर आसमां में मैखाने होते ,
हर पाइप के नीचे पैमाने होते |
हर पाइप के नीचे पैमाने होते |
बादल भी मय लेकर बरसते ,
तरसते न मय के दीवाने होते |
तरसते न मय के दीवाने होते |
सरकार भी भला क्या कर लेती ?
न पुलिस को देने हर्जाने होते |
मुफ्त ही घर में मुहैया हो जाती ,
न ठेके के चक्कर लगाने होते |
मूड बनाते कभी भी, कहीं भी ,
बनाने न सौ - सौ बहाने होते |
मोहतरमा से जूझते क्यों भला ,
पीते शान से , सीना ताने होते |
मय भी पानी की सूरत में होती ,
शराब बचाओ अभियान चलाने होते |
"प्रवेश "
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