पाँचसितारा
श्रीमती जी बोली
यूँ ही हँसी ठिठोली
नहीं बना खाना
आज नया बहाना
कहीं बाहर चलें
स्वाद बदलें
चलो पाँचसितारा
समझो इशारा
मैं कुछ ना बोला
अपनी जेब को तोला
विचार बदल दिये
दोनों चल दिये
पहुँचे पाँचसितारा
गौर से निहारा
बैरे को आदेश दिया
उसने झट सब पेश किया
भरपेट खाया
फिर बिल आया
वाह रे पाँचसितारे
दिन में दिखे तारे |
प्रवेश
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