ऐसा गीत सुनाओ प्रिये !
एक ऐसा गीत सुनाओ प्रिये
कि सारे तार बजें मन के |
ऐसी धुन और सरगम हो
सारे गीत हों जीवन के |
एक ऐसा गीत सुनाओ प्रिये
कि बहता पानी जाये ठहर |
वक़्त का दरिया थम जाये
रुक जाये ये घड़ी पहर |
एक ऐसा गीत सुनाओ प्रिये
कि लगे झूमने हर डाली |
सूखी शाख हरित हो और
गाये कोयलिया मतवाली |
एक ऐसा गीत सुनाओ प्रिये
कि काले मेघा घिर आयें |
तपती और जलती भू पर
शीतल जल बरसा जायें |
एक ऐसा गीत सुनाओ प्रिये
कि शक्ति मिले हारे मन को |
जोश जगे, उम्मीद बँधे
स्फूर्ति मिले शिथिल तन को |
एक ऐसा गीत सुनाओ प्रिये
फिर मैं कुछ ना सुनना चाहूँ |
माया के मकड़ी जाले
फिर - फिर ना बुनना चाहूँ |
प्रवेश
एक ऐसा गीत सुनाओ प्रिये
कि सारे तार बजें मन के |
ऐसी धुन और सरगम हो
सारे गीत हों जीवन के |
एक ऐसा गीत सुनाओ प्रिये
कि बहता पानी जाये ठहर |
वक़्त का दरिया थम जाये
रुक जाये ये घड़ी पहर |
एक ऐसा गीत सुनाओ प्रिये
कि लगे झूमने हर डाली |
सूखी शाख हरित हो और
गाये कोयलिया मतवाली |
एक ऐसा गीत सुनाओ प्रिये
कि काले मेघा घिर आयें |
तपती और जलती भू पर
शीतल जल बरसा जायें |
एक ऐसा गीत सुनाओ प्रिये
कि शक्ति मिले हारे मन को |
जोश जगे, उम्मीद बँधे
स्फूर्ति मिले शिथिल तन को |
एक ऐसा गीत सुनाओ प्रिये
फिर मैं कुछ ना सुनना चाहूँ |
माया के मकड़ी जाले
फिर - फिर ना बुनना चाहूँ |
प्रवेश
बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
ReplyDeleteनेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती पर उनको शत शत नमन!