परीक्षा परिणाम
आजकल गोलू मंदिर जाता ,
कभी न मंदिर जाने वाला |
गुप्त सूत्रों से पता चला है ,
परीक्षा परिणाम है आने वाला |
सुबह - शाम एक -एक घंटा ,
मंदिर में बिताता है |
माथा टेकता, मिन्नत करता ,
भजन भी जोर से गाता है |
लौटता है जब घर को ,
तो ये बात अवश्य कह आता है ,
भगवन ! गणित में पास करा दे ,
भला तेरा क्या जाता है |
कल रात अक्ल की देवी ,
गोलू के सपने में आई ,
गणित के पेपर से पहले की
सारी मस्ती याद दिलाई |
बोली वत्स ! उस दिन तू अगर ,
कनौट प्लेस नहीं जाता ,
एक घंटा और पढता ,
दो प्रश्न और हल कर आता |
मक्खी का दशमलव भी ,
वहीँ पर काम आता है ,
जहाँ पूरा प्रश्न
विधिवत हल किया जाता है |
"प्रवेश"
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