जिन्हें पालने से पलायन तक ,
उन्होंने पलट कर नहीं पूछा,
माँ अब कैसा हाल है ?
कहते हैं तुम्हारी जिंदगी ,
जैसी भी थी ,कट चुकी ,
अब तो हमारे
भविष्य का सवाल है|
एक उथल पुथल है मन में ,
शायद आ जाएँ मय्यत पर,
उन्हें माँ से ज्यादा ,
अपनी नौकरी का ख़याल है |
प्रवेश
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