जज्बा जरुरी है
हाथ पर न हाथ धर देखो जमाने को
मशाल तो बदलाव की लहू से जलती है |
सौ बार गिर जाओ मगर हिम्मत नहीं हारो
दुनिया तो हिम्मत वालों के क़दमों पे चलती है |
जज्बा नहीं जिनमे कि कुछ कर के गुजर जायें
दिन ख्वाबों में कटता है , शाम ख्वाबों में ढलती है |
उतर जाते हैं जो मैदान में , बाँधे कफ़न सर पर
संग उनके हमेशा जिंदगी और मौत टहलती है |
खूबसूरती तारीफ का मुद्दा नहीं यारो
तारीफ खुशदिल लोगो की दिल से निकलती है |
"प्रवेश "
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