हिंदी का पुट
आमजन की बोली में , हँसी में ठिठोली में
दीन की पुकार में , नेता की जयकार में
हिंदी का पुट है |
गृहस्थी के भोग में , जोगी के जोग में
बहुत बड़े सोची में , सड़क के मोची में
हिंदी का पुट है |
अनाड़ी की गाली में , महफ़िल ए कव्वाली में
बोली में किसान की , शोध में विज्ञान की
हिंदी का पुट है |
माँ के प्यार में , बाप के दुलार में
राशन की दुकान में , सपनों की उड़ान में
हिंदी का पुट है |
अनशन में - आन्दोलन में , घृणा में - सम्मोहन में
गाड़ी में रेल में , प्रतिस्पर्धा और खेल में
हिंदी का पुट है |
"प्रवेश "
कमाल की रचना है प्रवेश भाई │ सच में आपकी इस रचना को पढ़ कर दिल खुश हो गया शुक्रिया इस खूबसूरत रचना के लिए │
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