आईना करे सवाल
आईना करे सवाल , क्या करूँ
पूछे मेरा हाल, क्या करूँ ।
झूठ बोलना सीखा ही नहीं
सच कहूँ तो मचे बवाल , क्या करूँ ।
झुर्रियों की वजह पूछता है
गहराती सालों - साल , क्या करूँ ।
ठहर - ठहर चलने लगा हूँ
सुस्त पड़ गयी चाल , क्या करूँ ।
जवानी के नुस्खे पढने लगा हूँ
कहीं हो न जाये कमाल , क्या करूँ ।
आईना करे सवाल क्या करूँ !!!
प्रवेश
No comments:
Post a Comment