Thursday, June 1, 2017

माँ छबछे प्याली है

गोली है या काली है।
माँ छबछे प्याली है।।

वो ही लाद कलती है
वो ही दाँत लगाने वाली है।
माँ छबछे प्याली है।।

गुच्छा भी कलती है
फिल भी भोली-भाली है ।
माँ छबछे प्याली है।।

मैं उछकी बगिया का पौंधा
वो मेली माली है।
माँ छबछे प्याली है।।

उछने काले तीके छे
मेली नजल उताली है।
माँ छबछे प्याली है।।

माँ तेले बिन मेला जीवन
खाली - खाली है।
माँ छबछे प्याली है।। ~ प्रवेश ~

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