हालात आजकल
वर्तमान परिस्थितियों से सम्बंधित रचनाएँ
Wednesday, October 5, 2022
छोटी सी कविता - साँझ ढले
साँझ हुई
मेहमान आये,
भेज दिया बेटा
मुर्गा लाने को।
परन्तु भेज न सके उसको
क्यारी से धनिया लाने,
क्योंकि
साँझ ढले
पौंधों को छेड़ा नहीं करते। ~ प्रवेश ~
1 comment:
Onkar
October 9, 2022 at 9:43 AM
सुंदर सृजन
Reply
Delete
Replies
Reply
Add comment
Load more...
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
सुंदर सृजन
ReplyDelete