घबरा मत .. तिलमिला नहीं ।
तूने जब कुछ किया नहीं ॥
डरना काम है झूठों का ।
सच को किसी ने छुआ नहीं ॥
बोला जो उघड़ता जायेगा ।
चुप रहा किसी से खुला नहीं ॥
खुद से ज्यादा विश्वास न कर ।
तेरे काम में कोई सगा नहीं ॥
बकती है दुनिया बका करे ।
इससे काम तो दूजा हुआ नहीं ॥ ~ प्रवेश ~
तूने जब कुछ किया नहीं ॥
डरना काम है झूठों का ।
सच को किसी ने छुआ नहीं ॥
बोला जो उघड़ता जायेगा ।
चुप रहा किसी से खुला नहीं ॥
खुद से ज्यादा विश्वास न कर ।
तेरे काम में कोई सगा नहीं ॥
बकती है दुनिया बका करे ।
इससे काम तो दूजा हुआ नहीं ॥ ~ प्रवेश ~
बहुत बढ़िया
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